चीन से जब हाथापाई हो रहा था तब बीजेपी पर निशाना साधते राहुल गांधी मोदी जी भारत सरकार
पर जब बोल रहे थे बोलते उन्होने बोल दिया चीन वाले भारतीय सेना को पीट रहा है इतना सुनकर
चीन और पाकिस्तान की भाषा बोलते हैं राहुल गांधी'!
बीजेपी आक्रमक हो बोला की आप सेना का मनोबल तोड़ रहे है बीजेपी ने कहा आपके नाना जब सो रहें तब आपको याद होगा साल 1962 में सितंबर और अक्टूबर के महीनों में चीन, भारत पर हमले की तैयारी कर रहा था. 8 सितंबर 1962 को तत्कालीन पीएम जवाहर लाल नेहरू, कॉमनवेल्थ देशों के एक सम्मेलन में हिस्सा लेने देश के बाहर चले गए. वो 2 अक्टूबर को भारत लौटे और फिर 12 अक्टूबर को श्रीलंका चले गए और वहां से 16 अक्टूबर को यानी युद्ध शुरू होने से सिर्फ चार दिन पहले भारत वापस आए उसी दौरान तत्कालीन रक्षा मंत्री वी के कृष्ण मेनन भी 17 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र की महासभा (UNGC) में हिस्सा लेने न्यूयॉर्क चले गए थे वो भी युद्ध शुरू होने से 20 दिन पहले यानी 30 सितंबर 1962 को भारत वापस लौटे ये आप सब को याद होगा 37000 किलोमीटर कब्जा कर लिया और अरुणाचल का कई सारे हिस्से उसके कब्जे में है
उनके बयान की जितनी भी भर्त्सना की जाए वो कम है, उनका बयान सेना के मनोबल को तोड़ने वाला है।
राहुल गांधी के इस बयान को सेना का अपमान बताते हुए आरोप लगा रही कि राहुल गांधी जयचंद है। वो चीन के एजेंट है। जो सेना का मनोबल तोड़ते हैं।
उधर कांग्रेस कह रही कि BJP नाकामी छिपाने के लिए छोटी बात को बड़ा बना रही है।
